1)
लडकी अपने बॉयफ्रेंड से: चलो आज एक दूसरे से गाली दे कर बात करते हैं।
लडका: नही तुम नाराज हो जाओगी।
लडकी: चल कुत्ते
लडका: चल कुत्ती
लडकी: चल कमीने
लडका: चल कमीनी
लडकी: चल पागल
लडका: चल पगली
लडकी: चल चुतिये, हरामजादे
लडका: चल रंडी, मादरचोद, तेरी माँ का भोसडा, बहन की लौड़ी, टके टके पे चुदवाने वाली, तेरी तरह तेरी बहन को भी चोदूगां, साली आजा तेरी गांड मारता हूँ बहनचोद, मादर चोद की बच्ची, लौड़ा फ़ेंक के मारूंगा यहाँ से तो गायब हो जाएगी रंडी साली।
लडकी (रोते हुए): आज से हमारा रिशता खत्म।
लडका: अरे जानू सुनो तो... मैंने कहा था तुम नाराज़ हो जाओगी।
2)
मोनू के पापा मम्मी आपस मे बात कर रहे थे।
पापा: शर्मा जी का फोन आया है उन्हे अपना मोनू बहुत पसंद है, वो आज शाम अपनी बेटी को लेकर बात पक्की करने आ रहे हैं।
मम्मी: ये तो बहुत अच्छी खबर है।
(यह बात मोनू ने भी सुन ली वो खुशी से उछलता हुआ अपने कमरे मे चला गया।)
मम्मी: मेहमान आ रहे हैं और गैस का सिलेंडर भी खत्म होने वाला है।
पापा: मैं ऑफिस से फोन लगा दूँगा, लडका आकर सिलेंडर दे जायेगा।
मम्मी: पर मुझे तो बाजार जाना है।
पापा: मोनू तो रहेंगा न घर पर उससे कह देता हूँ।
(पापा ने मोनू को आवाज लगाई।)
मोनू: जी पापा।
पापा: बेटा आज वो आयेगा...
तभी बीच में ही बात काटकर खुश होते हुए मोनू बोला, "मुझे पता है, मैंने आपकी बाते सुन ली थी।
(मोनू के दिमाग में शर्मा जी और उनकी बेटी थी।)
पापा: हाँ तो बेटा वो आए ना तो यह जरूर देख लेना कि सील पैक तो है, अगर सील टूटी हुई हो तो इनकार कह देना।
(मोनू के पसीने छूट गए, इससे पहले वो कुछ कहता मम्मी बोल पडी।)
मम्मी: अरे आपको नहीं पता है, आज-कल सभी सील टूट कर ही आती हैं। गुप्ता जी के यहाँ भी सील टूटी आई, माथुर जी के यहां भी सील टूटी, वहां के लोग आज-कल सील तोडकर जांच करते हैं ताकि जिसके घर जाये उसको कोई परेशानी न हो।
पापा: ऐसे कैसे, सील तोडनी जरूरी है तो हमारे सामने हमारे घर मे आकर तोडो ना।
(इससे पहले कि मोनू बेहोश होता पापा बोले।)
पापा: और हाँ मोनू आज वो शर्मा जी और उनकी बेटी बात पक्की करने आ रहे हैं।
मोनू पसीना पोछकर: अभी आप इतनी देर से सील टूटने कि किसकी बात कर रहे थे?
पापा: गैस सिलेंडर की, हरामखोर तू किसकी समझ रहा था?
मोनू: शर्मा जी की बेटी की।
3)
एक दिन एक आदमी के घर के बाहर एक भिखारी ने भिक्षा के लिए आवाज लगाई।
अंदर से आदमी सिर्फ तौलिया लपेटे बहार आया और हाथ जोडकर बोला, बाबा 5 साल से आप मेरे घर भिक्षा मांगने आ रहे हैं और मैंने बिना कुछ दिए आपको कभी नही लौटाया, पर आज मेरे पास कुछ नही है। रात को डाकू आये और मेरी जीवन भर की सारी कमाई ले गये। यहाँ तक की बदन पे कपडे भी नही छोडे। अब मैं नंगा आपको क्या दूँ और खुद क्या खाऊं?
यह कहते हुए आदमी रोने लगा। यह देख भिखारी कि आँख मे भी आँसू आ गये।
भिखारी ने आदमी के सिर पर हाथ रखा और बोला, रो मत बेटा, सब ऊपर वाले की मर्जी है। पगले अब दुख मत कर, नंगा है तो क्या हुआ? चल अंदर आज गांड ही दे दे।
3)
संता के सिर पर चोट लग गयी तो वो डॉक्टर के पास पट्टी बंधवाने गया। डॉक्टर ने सिर पर पट्टी बांध दी और पूछा कि चोट कैसे लगी?
संता: छोड़ो डॉक्टर साहब लंबी कहानी है।
डॉक्टर: मैं फिर भी सुनना चाहता हूँ।
संता: बात यह है कि पिछले हफ्ते पत्नी मायके गई हुई थी। मैं भी हवा बदलने रविवार को होटल में जा टिका। मेरे बगल के कमरे में एक खूबसूरत औरत थी। रात ग्यारह बजे उसने दरवाजा खटखटाया और माफी मांगते हुए कहा कि उसे ठंड लग रही है अगर मैं कुछ मदद कर सकूं तो वह आभारी रहेगी। मैंने एक कम्बल दे दिया। थोड़ी देर बाद वह फिर आ गई और वही शिकायत करने लगी। मैंने उसे अपना ओवरकोट दे दिया।
आज जब मैं हथौड़ी से कील ठोंक रहा था तो अचानक मुझे समझ में आया कि उस दिन वह क्या चाह रही थी और बस, मैंने हथौड़ी अपने सिर पर दे मारी।
4)
एक दिन क्लास में टीचर ने कहा, बच्चो मैं एक अक्षर बोलूंगी तो तुम्हें मुझे एक शब्द बताना होगा।
सबसे पहले टीचर ने अक्षर बोला, ग ।
पप्पू और बाकी बच्चों ने हाथ उठाया पर टीचर ने पप्पू की ओर यह सोच कर ध्यान नही दिया कि कुछ उल्टा ही बोलेगा तो उसने किसी दुसरे बच्चे को खड़ा कर के पूछा।
बच्चा: गमला।
टीचर: बहुत खूब।
फिर टीचर ने अक्षर बोला, ल।
फिर पप्पू और बच्चों ने हाथ उठाया पर टीचर ने फिर पप्पू की ओर यह सोच कर ध्यान नही दिया कि कुछ उल्टा ही बोलेगा तो उसने किसी दुसरे बच्चे को खड़ा कर के पूछा।
बच्चा: लड्डू।
टीचर: बहुत खूब।
टीचर ने अब दोबारा अक्षर बोला स ।
फिर पप्पू और बच्चों ने हाथ उठाया। टीचर को स से कोई उल्टा शब्द नहीं सूझा तो उसने पप्पू को खड़ा कर लिया।
पप्पू: साले चूतिये!....
.... All in AS Care.....
Support guys......
लडकी अपने बॉयफ्रेंड से: चलो आज एक दूसरे से गाली दे कर बात करते हैं।
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लडका: चल रंडी, मादरचोद, तेरी माँ का भोसडा, बहन की लौड़ी, टके टके पे चुदवाने वाली, तेरी तरह तेरी बहन को भी चोदूगां, साली आजा तेरी गांड मारता हूँ बहनचोद, मादर चोद की बच्ची, लौड़ा फ़ेंक के मारूंगा यहाँ से तो गायब हो जाएगी रंडी साली।
लडकी (रोते हुए): आज से हमारा रिशता खत्म।
लडका: अरे जानू सुनो तो... मैंने कहा था तुम नाराज़ हो जाओगी।
2)
मोनू के पापा मम्मी आपस मे बात कर रहे थे।
पापा: शर्मा जी का फोन आया है उन्हे अपना मोनू बहुत पसंद है, वो आज शाम अपनी बेटी को लेकर बात पक्की करने आ रहे हैं।
मम्मी: ये तो बहुत अच्छी खबर है।
(यह बात मोनू ने भी सुन ली वो खुशी से उछलता हुआ अपने कमरे मे चला गया।)
मम्मी: मेहमान आ रहे हैं और गैस का सिलेंडर भी खत्म होने वाला है।
पापा: मैं ऑफिस से फोन लगा दूँगा, लडका आकर सिलेंडर दे जायेगा।
मम्मी: पर मुझे तो बाजार जाना है।
पापा: मोनू तो रहेंगा न घर पर उससे कह देता हूँ।
(पापा ने मोनू को आवाज लगाई।)
मोनू: जी पापा।
पापा: बेटा आज वो आयेगा...
तभी बीच में ही बात काटकर खुश होते हुए मोनू बोला, "मुझे पता है, मैंने आपकी बाते सुन ली थी।
(मोनू के दिमाग में शर्मा जी और उनकी बेटी थी।)
पापा: हाँ तो बेटा वो आए ना तो यह जरूर देख लेना कि सील पैक तो है, अगर सील टूटी हुई हो तो इनकार कह देना।
(मोनू के पसीने छूट गए, इससे पहले वो कुछ कहता मम्मी बोल पडी।)
मम्मी: अरे आपको नहीं पता है, आज-कल सभी सील टूट कर ही आती हैं। गुप्ता जी के यहाँ भी सील टूटी आई, माथुर जी के यहां भी सील टूटी, वहां के लोग आज-कल सील तोडकर जांच करते हैं ताकि जिसके घर जाये उसको कोई परेशानी न हो।
पापा: ऐसे कैसे, सील तोडनी जरूरी है तो हमारे सामने हमारे घर मे आकर तोडो ना।
(इससे पहले कि मोनू बेहोश होता पापा बोले।)
पापा: और हाँ मोनू आज वो शर्मा जी और उनकी बेटी बात पक्की करने आ रहे हैं।
मोनू पसीना पोछकर: अभी आप इतनी देर से सील टूटने कि किसकी बात कर रहे थे?
पापा: गैस सिलेंडर की, हरामखोर तू किसकी समझ रहा था?
मोनू: शर्मा जी की बेटी की।
3)
एक दिन एक आदमी के घर के बाहर एक भिखारी ने भिक्षा के लिए आवाज लगाई।
अंदर से आदमी सिर्फ तौलिया लपेटे बहार आया और हाथ जोडकर बोला, बाबा 5 साल से आप मेरे घर भिक्षा मांगने आ रहे हैं और मैंने बिना कुछ दिए आपको कभी नही लौटाया, पर आज मेरे पास कुछ नही है। रात को डाकू आये और मेरी जीवन भर की सारी कमाई ले गये। यहाँ तक की बदन पे कपडे भी नही छोडे। अब मैं नंगा आपको क्या दूँ और खुद क्या खाऊं?
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भिखारी ने आदमी के सिर पर हाथ रखा और बोला, रो मत बेटा, सब ऊपर वाले की मर्जी है। पगले अब दुख मत कर, नंगा है तो क्या हुआ? चल अंदर आज गांड ही दे दे।
3)
संता के सिर पर चोट लग गयी तो वो डॉक्टर के पास पट्टी बंधवाने गया। डॉक्टर ने सिर पर पट्टी बांध दी और पूछा कि चोट कैसे लगी?
संता: छोड़ो डॉक्टर साहब लंबी कहानी है।
डॉक्टर: मैं फिर भी सुनना चाहता हूँ।
संता: बात यह है कि पिछले हफ्ते पत्नी मायके गई हुई थी। मैं भी हवा बदलने रविवार को होटल में जा टिका। मेरे बगल के कमरे में एक खूबसूरत औरत थी। रात ग्यारह बजे उसने दरवाजा खटखटाया और माफी मांगते हुए कहा कि उसे ठंड लग रही है अगर मैं कुछ मदद कर सकूं तो वह आभारी रहेगी। मैंने एक कम्बल दे दिया। थोड़ी देर बाद वह फिर आ गई और वही शिकायत करने लगी। मैंने उसे अपना ओवरकोट दे दिया।
आज जब मैं हथौड़ी से कील ठोंक रहा था तो अचानक मुझे समझ में आया कि उस दिन वह क्या चाह रही थी और बस, मैंने हथौड़ी अपने सिर पर दे मारी।
4)
एक दिन क्लास में टीचर ने कहा, बच्चो मैं एक अक्षर बोलूंगी तो तुम्हें मुझे एक शब्द बताना होगा।
सबसे पहले टीचर ने अक्षर बोला, ग ।
पप्पू और बाकी बच्चों ने हाथ उठाया पर टीचर ने पप्पू की ओर यह सोच कर ध्यान नही दिया कि कुछ उल्टा ही बोलेगा तो उसने किसी दुसरे बच्चे को खड़ा कर के पूछा।
बच्चा: गमला।
टीचर: बहुत खूब।
फिर टीचर ने अक्षर बोला, ल।
फिर पप्पू और बच्चों ने हाथ उठाया पर टीचर ने फिर पप्पू की ओर यह सोच कर ध्यान नही दिया कि कुछ उल्टा ही बोलेगा तो उसने किसी दुसरे बच्चे को खड़ा कर के पूछा।
बच्चा: लड्डू।
टीचर: बहुत खूब।
टीचर ने अब दोबारा अक्षर बोला स ।
फिर पप्पू और बच्चों ने हाथ उठाया। टीचर को स से कोई उल्टा शब्द नहीं सूझा तो उसने पप्पू को खड़ा कर लिया।
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